बड़े-बड़े ग्रन्थों के पढ़ने से परमात्मा नहीं मिलता।दिल का ग्रन्थ पढ़ो , क्योंकि उससे बढ़कर अन्य कोई भी ग्रन्थ नही है।
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बड़े-बड़े ग्रन्थों के पढ़ने से परमात्मा नहीं मिलता।दिल का ग्रन्थ पढ़ो , क्योंकि उससे बढ़कर अन्य कोई भी ग्रन्थ नही है।
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